देहरादून, 28 सितम्बर।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल, देहरादून में आयोजित ‘नरेन्द्र सिंह नेगी संस्कृति सम्मान’ समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार एस.आर. हरनोट को नरेन्द्र सिंह नेगी संस्कृति सम्मान से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकगायक श्री नरेन्द्र सिंह नेगी ने उत्तराखंड की आत्मा को स्वर दिया है। उनके गीतों ने लोकजीवन की पीड़ा, प्रेम, संघर्ष और सौंदर्य को जीवंत रूप प्रदान किया है। उन्होंने पलायन के दर्द, पर्यावरण की चिंता और पहाड़ी महिलाओं के संघर्ष को मार्मिक गीतों के माध्यम से समाज के सामने रखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जागर, बेड़ा, मांगल, खुदेड़ जैसे पारंपरिक गीत और ढोल, दमाऊ, हुरका, मशाक, तुर्री, भंकोरा जैसे वाद्य यंत्र हमारी संस्कृति की पहचान हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार लोककला और संस्कृति को संरक्षित व समृद्ध बनाने के लिए सतत प्रयासरत है।
उन्होंने बताया कि कोरोना काल में लगभग 3,200 सूचीबद्ध लोक कलाकारों को प्रतिमाह 2,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। वहीं 60 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध और अस्वस्थ लोक कलाकारों को 3,000 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। साथ ही छह माह की लोक प्रशिक्षण कार्यशालाओं के माध्यम से युवाओं को पारंपरिक लोकसंस्कृति से जोड़ा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ‘उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान’, ‘साहित्य भूषण’ और ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ के माध्यम से साहित्यकारों को सम्मानित कर रही है। स्थानीय भाषाओं और बोलियों के संरक्षण के लिए भी ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर नरेन्द्र सिंह नेगी, पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, एस.पी. सेमवाल, डॉ. नवीन बलूनी, डॉ. ईशान पुरोहित, अपर सचिव ललित मोहन रयाल सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
