देहरादून। उत्तराखंड में हालिया आपदाओं के कारण हुई भारी जन–धन हानि पर कांग्रेस ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना ने रविवार को राजीव भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जून से शुरू हुए आपदा काल पर सरकार को पहले ही सचेत किया गया था, मगर आपदा प्रबंधन तंत्र तैयार नहीं हुआ।
धस्माना ने कहा कि जुलाई-अगस्त के दौरान यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में चट्टान गिरने, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में सैकड़ों लोगों की मौत और अरबों की संपत्ति का नुकसान हुआ। उन्होंने उल्लेख किया कि पांच अगस्त को उत्तरकाशी के धराली और हरसिल में आई भयंकर आपदा ने 2013 की त्रासदी की याद दिला दी। पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और नैनीताल में भी अतिवृष्टि व भूस्खलन से व्यापक तबाही हुई।
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “चुनाव आते ही केदारनाथ-बद्रीनाथ के दर्शन कर प्रचार करने वाले प्रधानमंत्री आज तक आपदा प्रभावित क्षेत्रों में झांकने तक नहीं आए। उन्होंने अब तक कोई अंतरिम आर्थिक पैकेज घोषित नहीं किया है।” धस्माना ने मांग की कि राज्य सरकार तुरंत आपदा से हुई जन और धन हानि पर श्वेत पत्र जारी करे और केंद्र से कम से कम
25,000 करोड़ का राहत पैकेज सुनिश्चित करवाए।धस्माना ने आरोप लगाया कि प्रदेश में राष्ट्रीय व राज्य राजमार्ग सहित अनेक संपर्क मार्ग ध्वस्त पड़े हैं, लेकिन आपदा प्रबंधन विभाग “वेंटिलेटर पर सांसें गिन रहा है।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए प्रधानमंत्री का आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कराना चाहिए।









