चम्पावत 1 अप्रैल।
नवरात्रि मेले में सीमांत सेवा फाउंडेशन द्वारा संचालित अस्थायी अस्पताल का तीसरे दिन जिलाधिकारी चम्पावत नवनीत पांडेय ने निरीक्षण किया। उन्होंने कैंप में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया, मरीजों से उनका हालचाल जाना और डॉक्टरों व स्वयंसेवकों से विस्तार से चर्चा की। उन्होंने सीमांत सेवा फाउंडेशन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कैंप मेले में आए श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो रहा है।
अब तक इस अस्पताल में लगभग 1600 मरीज अपनी जांच करवा चुके हैं और उन्हें निःशुल्क दवाइयां व उपचार उपलब्ध कराया गया है। मरीजों को प्राथमिक उपचार के साथ ही आवश्यकतानुसार इंजेक्शन, ऑक्सीजन सपोर्ट और नेबुलाइजर की सुविधाएं भी दी जा रही हैं।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम में श्री राम मूर्ति मेडिकल कॉलेज, बरेली के डॉक्टर मोक्ष सेठी, डॉक्टर हिमांशु बरनवाल, डॉक्टर दिव्यांशु सिंह, स्वास्तिक हॉस्पिटल और जमुना हॉस्पिटल, खटीमा के डॉक्टर शामिल हैं। इनके साथ फार्मेसी असिस्टेंट और सीमांत सेवा फाउंडेशन के स्वयंसेवक भी लगातार सेवा दे रहे हैं।
यह कैंप 24 घंटे संचालित हो रहा है, जहां रात के समय भी श्रद्धालुओं को पूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बीती रात 2 बजे तक भी डॉक्टरों की टीम ग्लूकोज चढ़ाने, इंजेक्शन देने और प्राथमिक उपचार में जुटी रही। गंभीर चोटों और बीमारियों के लिए भी तुरंत इलाज उपलब्ध कराया गया।
जिलाधिकारी ने इस सेवा के लिए सीमांत सेवा फाउंडेशन की पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि इस प्रकार की सुविधाएं दूरदराज से आए श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इस निरीक्षण के दौरान स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।
