देहरादून 17 सितंबर
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मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय में सीएम-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत राज्य स्तरीय स्क्रीनिंग समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि समिति की बैठक दिसंबर तथा मार्च माह में अनिवार्य रूप से आयोजित की जाए, ताकि अप्रैल से परियोजनाओं पर समयबद्ध तरीके से कार्य आरंभ किया जा सके।
मुख्य सचिव ने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि मालियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्किल इंडिया – एग्रीकल्चर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा तैयार कोर्स व सिलेबस को अपनाया जाए, जिससे डिप्लोमा कोर्स का महत्व और बढ़ सके।
उन्होंने जनपद स्तर पर फार्म मशीनरी बैंकों का मूल्यांकन कर उत्पादकता पर पड़े प्रभाव का आंकलन तैयार करने को कहा। साथ ही जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय को प्रदेश के लिए कार्बन क्रेडिट एजेंसी के रूप में कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कार्बन क्रेडिट की दिशा में प्रदेश के पास अपार संभावनाएं हैं और विश्वविद्यालय इसमें महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
मुख्य सचिव ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, भरसार को ग्राफ्टिंग तकनीक पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि वॉलनट के ग्राफ्टेड पौधों की प्रदेश में भारी मांग है, जिसे बाहर से मंगवाना पड़ता है। इस दिशा में विश्वविद्यालय को शीघ्र पहल करनी होगी।
उन्होंने सभी प्रोजेक्ट्स के आउटकम इंडिकेटर्स निर्धारित करने तथा कार्यान्वयन की प्रत्येक स्टेज के लिए समयसीमा तय करने के निर्देश दिए, ताकि सभी योजनाएँ समय पर पूर्ण हो सकें।
बैठक में सचिव श्रीधरबाबू अद्दांकी, डॉ. रणवीर सिंह चौहान, डॉ. एस.एन. पाण्डेय, वीसी वीसीएसजी औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार डॉ. परविंदर कौशल, अपर सचिव आनन्द श्रीवास्तव, नवनीत पाण्डेय सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।







