उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले का उद्घाटन 27 फरवरी को

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27 फरवरी से 15 जून 2026 तक आयोजित होगा मां पूर्णागिरि मेला

चम्पावत, 18 दिसंबर 2025 । उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले के सफल, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित आयोजन को लेकर जिला सभागार में जिलाधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मेले से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को समयबद्ध तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में जानकारी दी गई कि इस वर्ष मां पूर्णागिरि मेले का शुभारंभ 27 फरवरी (एकादशी) को, होली से पूर्व किया जाएगा, ताकि होली पर्व के दौरान भी श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। मेला 27 फरवरी से 15 जून 2026 तक आयोजित होगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि मां पूर्णागिरि मेले में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में प्रत्येक श्रद्धालु को बेहतर और सुरक्षित सुविधाएं उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सड़कों व पैदल मार्गों के सुधारीकरण, विद्युत, पेयजल, स्वास्थ्य, पार्किंग, सुरक्षा, आवास, संचार एवं स्वच्छता व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि मेला क्षेत्र में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाएं। बैठक में निर्णय लिया गया कि मेले के सफल संचालन हेतु उपजिलाधिकारी पूर्णागिरि, टनकपुर को मेला मजिस्ट्रेट तथा जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। आवश्यकता अनुसार सहायक मेला अधिकारियों की भी तैनाती की जाएगी।

जिलाधिकारी ने जल संस्थान को मेला क्षेत्र में प्याऊ एवं पेयजल स्टैंड पोस्ट स्थापित कर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही बिजली, सड़क, स्वास्थ्य सेवाएं, पार्किंग स्थल, सफाई व्यवस्था एवं अन्य आधारभूत सुविधाएं समय रहते दुरुस्त करने को कहा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान ने बताया कि मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की दो एंबुलेंस 24 घंटे तैनात रहेंगी। साथ ही चिकित्सा शिविर स्थापित किए जाएंगे, जहां चिकित्सक एवं मेडिकल स्टाफ की तैनाती रहेगी।

सुरक्षा व्यवस्था के तहत मेला क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे तथा विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया जाएगा। ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर तक टैक्सियों का संचालन शटल सेवा के माध्यम से किया जाएगा। जिलाधिकारी ने पार्किंग स्थलों पर पर्याप्त मैनपावर की तैनाती और श्रद्धालुओं के साथ शालीन व सहयोगात्मक व्यवहार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

भंडारे के लिए स्थान चिन्हित कर मेला मजिस्ट्रेट द्वारा अनुमति प्रदान की जाएगी। साथ ही पूरे मेला क्षेत्र में अग्निशमन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। पुलिस अग्निशमन वाहन के साथ-साथ प्रत्येक दुकान में अग्नि नियंत्रण यंत्र रखना अनिवार्य होगा।

बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद अधिकारी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष पुष्पा विश्वकर्मा, ब्लॉक प्रमुख चंपावत अंचला बोहरा, विधायक प्रतिनिधि चम्पावत व टनकपुर प्रकाश तिवारी व दीपक रजवार, पूर्णागिरि मंदिर समिति अध्यक्ष किशन तिवारी, उपाध्यक्ष नीरज पांडेय, पूर्व अध्यक्ष भुवन पाण्डे, अपर जिलाधिकारी कृष्ण नाथ गोस्वामी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, सीओ शिवराज सिंह राणा, जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी कमलेश बिष्ट, अधिशासी अभियंता लोनिवि मोहन सिंह पलड़िया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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