देहरादून, 14 सितंबर: दून पुलिस ने पिछले दो माह के दौरान 97 नाबालिग बच्चों के गुमशुदा होने के मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही करते हुए 87 बच्चों को सकुशल बरामद किया।
पुलिस ने बताया कि गुमशुदा बच्चों के घर से जाने के कारण अलग-अलग थे। 62 नाबालिग अपने परिजनों से नाराज होकर घर से चले गए थे, जबकि 24 बच्चों ने सोशल मीडिया के प्रभाव में या घूमने के उद्देश्य से बिना बताये घर छोड़ा। 11 मामलों में नाबालिगों को किसी अन्य व्यक्ति द्वारा बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाया गया, जिनके खिलाफ पुलिस ने सख्त कानूनी कार्रवाई कर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
दूसरी ओर, पुलिस ने बच्चों के साथ-साथ उनके परिजनों की भी काउंसलिंग कर अभिभावकों को संवेदनशील रहने की सलाह दी। वर्तमान में 10 अन्य नाबालिगों की तलाश जारी है, जिनमें सोशल मीडिया के माध्यम से भी संपर्क स्थापित किया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर, पटेलनगर क्षेत्र की एक नाबालिग युवती लुधियाना में काम की तलाश में गई थी, जिसके साथ पुलिस ने वीडियो कॉल के माध्यम से संपर्क किया और वह जल्द ही वापस लौटने का आश्वासन दिया।
दून पुलिस ने कहा कि नाबालिगों की गुमशुदगी की किसी भी सूचना पर तुरंत अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज कर त्वरित वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाती है। बच्चों की सुरक्षा और सकुशल बरामदगी पुलिस की प्राथमिकता बनी हुई है।







