देहरादून, 8 सितम्बर।
महिला सुरक्षा पर तैयार राष्ट्रीय वार्षिक रिपोर्ट NARI 2025 को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। एसएसपी देहरादून के समक्ष सोमवार को पीवैल्यू एनालेटिक्स कंपनी के प्रतिनिधि मयंक ढय्या पेश हुए, लेकिन पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों पर वे संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके।
कंपनी ने दावा किया कि यह सर्वे यूनिवर्सिटी छात्रों के एकेडमिक रिसर्च पाठ्यक्रम के तहत कराया गया था, जिसमें दो अलग-अलग टीमों ने डेटा कलेक्शन और एनालिसिस का कार्य किया। पुलिस को संतोषजनक आधार न मिलने पर एसएसपी ने कंपनी के प्रबंध निदेशक सहित डाटा कलेक्शन और डाटा एनालिसिस टीम को एक सप्ताह के भीतर समस्त दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने का अल्टीमेटम दिया है।
पुलिस का कहना है कि व्यापारी संगठनों, होटल एसोसिएशन और कई शिक्षण संस्थानों ने इस रिपोर्ट पर कड़ा ऐतराज जताया है। होटल कारोबारियों ने आरोप लगाया कि तथ्यों से परे रिपोर्ट के कारण शहर की छवि धूमिल हुई और बुकिंग पर असर पड़ा। वहीं, छात्राओं के परिजनों ने भी रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए।एसपी ऋषिकेश को पहले ही इस मामले की विस्तृत जांच सौंपी जा चुकी है। पुलिस ने साफ किया है कि यदि निर्धारित समय में कंपनी ठोस साक्ष्य प्रस्तुत नहीं करती या रिपोर्ट आधारहीन पाई जाती है, तो उसके विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।








