मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया सीएसआर डायलॉग में प्रतिभाग, डिजिटल क्लासरूम का किया वर्चुअल शुभारंभ

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देहरादून, 24 सितम्बर। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित उत्तराखण्ड सी.एस.आर. डायलॉग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट के प्राथमिक विद्यालय में डिजिटल क्लासरूम का वर्चुअल शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में एक्सिस बैंक समूह के साथ राज्य के 24 विद्यालयों के डिजिटलीकरण तथा टोयटा के साथ पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में सीएसआर परियोजनाओं के संचालन हेतु एमओयू किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रतिष्ठित कॉर्पोरेट हाउस अपने सोशल रिस्पांसिबिलिटी इनिशिएटिव के अंतर्गत उत्तराखण्ड में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में सराहनीय योगदान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में आईआईएफसीएल, मैनकाइंड, अवाना फाउंडेशन, टोयटा, नेस्ले, टीएचडीसी, आईआरसीटीसी, एचडीएफसी, ब्रिटानिया समेत कई संस्थाएं प्रदेश में सामाजिक गतिविधियां चला रही हैं।

मुख्यमंत्री ने निवेश और औद्योगिक विकास का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2023 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान 3.56 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिनमें से लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतर चुके हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक नीति, लॉजिस्टिक नीति, स्टार्टअप नीति और एमएसएमई नीति समेत 30 से अधिक नीतियां लागू की गई हैं। साथ ही स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने हेतु 200 करोड़ रुपये के वेंचर फंड और इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है।

मुख्यमंत्री धामी ने शिक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करने वाला देश का पहला राज्य है। सभी सरकारी विद्यालयों में एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें अनिवार्य की गई हैं। पहली बार 12वीं के व्यावसायिक छात्रों के लिए रोजगार मेलों का आयोजन किया गया, जिसमें 146 विद्यार्थियों का चयन प्रतिष्ठित कंपनियों में हुआ। राज्य में बुनियादी शिक्षा हेतु राज्य पाठ्यचर्या रूपरेखा भी तैयार की गई है।

नकल माफियाओं पर कार्रवाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। इसके परिणामस्वरूप पिछले साढ़े चार वर्षों में 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है और 100 से अधिक नकल माफिया जेल भेजे गए हैं। हाल ही में हुई पेपर लीक की असफल कोशिश का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेलने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि नकल माफियाओं को जड़ से समाप्त किए बिना सरकार चैन से नहीं बैठेगी।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, टोयटा के कंट्री हेड विक्रम गुलाटी, सचिव उद्योग विनय शंकर पाण्डेय, अपर सचिव मनमोहन मैनाली सहित विभिन्न कंपनियों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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