 देहरादून 31 अक्टूबर ।समाजवादी पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश कार्यालय में भारत रत्न और लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती तथा शिक्षाविद, समाजवादी चिन्तक एवं स्वतंत्रता सेनानी आचार्य नरेन्द्र देव की 136वीं जयंती पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। दोनों महान विभूतियों के संघर्ष और विचारों को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। कार्यक्रम में सरदार पटेल और आचार्य नरेन्द्र देव के जीवन दर्शन पर आधारित एक फोल्डर जारी किया गया, ताकि देश और प्रदेश के युवा इन महान नेताओं के योगदान से प्रेरणा ले सकें।
देहरादून 31 अक्टूबर ।समाजवादी पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश कार्यालय में भारत रत्न और लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती तथा शिक्षाविद, समाजवादी चिन्तक एवं स्वतंत्रता सेनानी आचार्य नरेन्द्र देव की 136वीं जयंती पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। दोनों महान विभूतियों के संघर्ष और विचारों को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। कार्यक्रम में सरदार पटेल और आचार्य नरेन्द्र देव के जीवन दर्शन पर आधारित एक फोल्डर जारी किया गया, ताकि देश और प्रदेश के युवा इन महान नेताओं के योगदान से प्रेरणा ले सकें।
फोल्डर जारी करते हुए उत्तराखण्ड के वरिष्ठतम अधिवक्ता हरवीर सिंह कुशवाहा ने कहा कि आचार्य नरेन्द्र देव ने असहयोग आंदोलन के दौरान स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाई। उनका मानना था कि क्रांति किसी निश्चित समय पर नहीं होती, वह अपना समय स्वयं निर्धारित करती है। वे साम्प्रदायिकता के कट्टर विरोधी थे और मानते थे कि जनतंत्र को अलग रखकर समाजवाद की कल्पना नहीं की जा सकती।इसी अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डा0 सत्य नारायण सचान ने सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका संघर्ष खेड़ा क्षेत्र के किसानों के हक की लड़ाई से शुरू हुआ। पटेल ने न केवल किसानों के लिए आवाज उठाई बल्कि स्वतंत्र भारत के निर्माण में रियासतों के विलय जैसे ऐतिहासिक कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। वे सच्चे राष्ट्रवादी और जननायक थे जिन्होंने देश की एकता और अखंडता की नींव रखी।उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य संजय शर्मा ने कहा कि युवाओं को इन महान पुरुषों के सिद्धांतों और विचारों को आत्मसात करना चाहिए। शिक्षाविद और समाजवादी चिन्तक जसपाल दुग्गल ने कहा कि आचार्य नरेन्द्र देव न केवल महान स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि समाजवाद के सिद्धांतों के सशक्त प्रवक्ता भी रहे।इस अवसर पर डा0 एसपी कटियार को उनके 85 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर सम्मानित किया गया। उन्होंने उत्तराखण्ड में सरदार पटेल के विचारों और उनकी एकता की भावना को प्रसारित करने में विशेष योगदान दिया है। इसके साथ ही शिक्षाविद एवं मूर्तिकार जसपाल दुग्गल को उनके 82वें जन्मदिन पर पुष्पगुच्छ और शाल भेंट कर सम्मानित किया गया।
श्रद्धांजलि समारोह में देहरादून के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें आरपी भारद्वाज, बाबूलाल, गजेन्द्र सिंह भदौरिया, राजेंद्र शाह, आभा बड़थ्वाल, रामकुमार जायसवाल, हेमा पुरोहित, आ0 एचपी यादव, डा0 एके पाठक आदि मौजूद रहे।
 
				 
								

