देहरादून, 10 सितंबर।
भाजपा विधायक और वरिष्ठ नेता विनोद चमोली ने प्रदेश में डेमोग्राफी परिवर्तन पर चिंता जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार धर्मांतरण, अवैध अतिक्रमण और अन्य मुद्दों पर कड़ी कार्रवाई कर चुकी है। अब इस दिशा में अगला कदम SIR (सिटिजनशिप इन्वेस्टिगेशन रजिस्टर) होना चाहिए, ताकि अवैध रूप से बसे लोगों पर पूर्णतया रोक लगाई जा सके।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए चमोली ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के हालिया बयान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब तो हरीश रावत भी मान रहे हैं कि प्रदेश में डेमोग्राफी परिवर्तन हुआ है, हालांकि वह इसे कांग्रेस के नजरिए से 2014 के बाद का मानते हैं। चमोली ने कहा कि डेमोग्राफी परिवर्तन केवल उनकी नहीं बल्कि हर प्रदेशवासी की चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र की अपनी संस्कृति और परंपरा होती है, लेकिन बाहर से आकर बसने वाले लोग अपनी संस्कृति के प्रभाव से स्थानीय समाज पर असर डालते हैं। यह स्थिति चिंताजनक है और इसके प्रति हमें सतर्क रहना होगा।
विनोद चमोली ने विगत वर्षों में पहाड़ों में हुई घटनाओं और आंदोलनों का उल्लेख करते हुए कहा कि पहले कभी ऐसी परिस्थितियां नहीं देखी गई थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा और राज्य सरकार सनातनी संस्कृति के संरक्षण के लिए गंभीर है। धामी सरकार ने कठोर धर्मांतरण कानून, दंगारोधी कानून, अवैध धार्मिक अतिक्रमण पर कार्रवाई और समान नागरिक संहिता (UCC) जैसे ऐतिहासिक कदम उठाकर बड़ी राहत दी है।
नेपाल की स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के कारण उत्तराखंड को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। नेपाल, जो दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र है, वहां की अस्थिरता न केवल वहां के समाज बल्कि समूचे सनातन के लिए चुनौतीपूर्ण है।









