देहरादून।अनिल भट्ट। 19 अगस्त।
सुरेंद्र सिंह गुसाईं पुत्र स्व0 कल्याण सिंह गुसांई निवासी कुमार गली, अजबपुरकंला, थाना नेहरू कॉलोनी, देहरादून रिटायर्ड इन्जीनियर सीपीडब्लूडी द्वारा 16 अगस्त की रात्रि में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उनके घर में घुसकर लगभग 30 लाख रूपये कीमत की ज्वैलरी व नगदी चोरी करने की रिपोर्ट नेहरू कालोनी में दर्ज करवाई। सूचना पर थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा घर मे घटित चोरी की घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त की, घटना के संबंध में उच्चाधिकारी गणों को अवगत कराते हुए वादी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर तत्काल धारा-305(1), 331(4) भा0न्या0स0 पंजीकृत किया गया।
घटना के शीघ्र अनावरण हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये, जिस पर थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी के नेतृत्व में थाना स्तर पर अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। दौराने विवेचना मुकदमा वादी द्वारा बताया गया कि चोरी हुई ज्वैलरी की कुल कीमत 41 लाख रूपये है।
घटना स्थल एवं उसके आस-पास सीसीटीवी कैमरे न होने के कारण उक्त घटना के अनावरण हेतु पुलिस टीम द्वारा मैनुवल पुलिसिंग का सहारा लेते हुये मुखबिरों की मदद ली गयी। चूंकि घटना स्थल पर अज्ञात चोरों द्वारा घटना के समय वादी एवं उनकी पत्नी के कमरे का बाहर से कुन्डा लगा दिया गया था एवं घटना स्थल रेलवे पटरी के समीप था, जिस पर घटना की मोडस ऑपरेंडी के सम्बन्ध में जानकारी करने पर मुखबिर के माध्यम से पुलिस टीम को जानकारी मिली की इस प्रकार से अपराध करने का तरीका सपेरा जनजाति के कुछ अपराधियों द्वारा अपनाया जाता है, जिस पर पुलिस टीम द्वारा नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में स्थित सपेरा बस्तियों में अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी करते हुए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि कुछ सपेरा जनजाति के व्यक्ति 10-12 दिन पहले नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में देखे गए थे तथा उसके बाद घटना वाले दिन ही उक्त व्यक्तियों को नेहरू कालोनी क्षेत्र में घूमते हुए देखा गया था, जो स्थानीय नही थे।
गठित पुलिस टीमों द्वारा उक्त संदिग्धो के संबंध में जानकारी हेतु मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया, पुलिस टीम द्वारा किये जा रहे अथक प्रयासों से दिनांक 18 जुलाई को मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा दूधली रोड से घटना में सम्मिलित दो अभियुक्तों सौरभ पुत्र ठंडू तथा मनदीप पुत्र चंडू को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी का शत प्रतिशत माल बरामद किया गया। पूछताछ अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वे दोनो सपेरा जनजाति के खानाबदोश किस्म के लोग हैं, जिनका कोई स्थाई ठिकाना नहीं है। चोरी की घटना अंजाम देने के दौरान अभियुक्तो द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है तथा सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए घटना स्थल तक आने जाने हेतु रेलवे पटरी का प्रयोग किया जाता है तथा घटना को अंजाम देने के बाद तुरंत अपने कपडे भी बदल लिए जाते है, जिससे कोई उन्हें पहचान न सके। अभियुक्तो द्वारा घटना करने के लिए आते समय और घटना करने के बाद जाते समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग किया जाता है तथा रेलवे पटरी के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण उसके आस पास के घरों को ही घटना के लिए चिन्हित किया जाता है। अभियुक्तों द्वारा नेहरु कालोनी क्षेत्र में भी रेलवे पटरी के पास स्थित घर को चिन्हित किया गया था, जिसकी रैकी अभियुक्तों द्वारा 10-12 दिन पूर्व की गयी थी, रैकी के बाद अभियुक्त कलियर चले गये थे जहाँ उनके द्वारा घटना की योजना बनायी गयी और दिनांक 16 अगस्त को पुनः देहरादून आकर रात्रि में उक्त घटना को अंजाम दिया गया।
दोनों अभियुक्तों घटना में चोरी की गई 41 लाख रु0 कीमत की ज्वैलरी ,41000 रूपये नगद, 100 अमेरिकन डॉलर, 100कैनेडियन डॉलर, घटना में प्रयुक्त औजार एक सुम्बा, एक बड़ा पेचकस, एक छोटी टॉर्च बरामद की । अभियुक्तों को पकड़ने वाली पुलिस टीम उ०नि० मोहन सिंह, थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी देहरादून ,उ0नि0 राकेश पुंडीर चौकी प्रभारी बाईपास, थाना नेहरू कॉलोनी ,उ0नि0 प्रवीण पुंडीर चौकी प्रभारी फुवारा चौक, थाना नेहरू कॉलोनी ,हे0का0 विद्यासागर , श्रीकांत ध्यानी , का0 बृजमोहन ,का0 आशीष राठी , का0 मुकेश कंडारी
9-का0 कमलेश सजवान , का0 हेमवंती, का0 विवेक राठी ,का0 नरेन्द्र रावत , हे0का0 किरण एसओजी देहरादून शामिल थे।
