देहरादून,29
सितम्बर।
श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून द्वारा आयोजित भव्य रामलीला महोत्सव 2025 के सातवें दिन “अशोक वाटिका” प्रकरण का अद्भुत मंचन किया गया। राम–हनुमान मिलाप, बाली वध और मेघनाथ द्वारा हनुमान को लेजर नागपाश में बांधने का दृश्य दर्शकों को रोमांचित कर गया।
श्री गुरु नानक मैदान, रेसकोर्स में चल रहे इस रामलीला महोत्सव का आयोजन 22 सितम्बर से 3 अक्टूबर तक नवरात्रों के दौरान किया जा रहा है। समिति अध्यक्ष अभिनव थापर ने बताया कि डिजिटल स्क्रीन पर जंगल के दृश्य और लेजर इफेक्ट्स ने राम–हनुमान मिलाप को अलौकिक बना दिया, वहीं बाली–सुग्रीव युद्ध और लेजर नागपाश के दृश्य पर पंडाल तालियों से गूंज उठा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों के रूप में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विधायक एवं उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, पूर्व विधायक राजकुमार, आरजे काव्या, जयेंद्र रमोला, मोहित ऊनियाल, ललित जोशी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। समिति के अमित पंत, गिरीश पैन्यूली, दुर्गा भट्ट, अजय पैन्यूली, डॉ. नितिन डंगवाल, नीता बहुगुणा, शशि पैन्यूली आदि भी उपस्थित रहे।
आज के मंचन में नरेश कुमार ने रावण, शिवम् गिरी ने लक्ष्मण, कंचन भंडारी ने सीता और तपेंद्र चौहान ने हनुमान की भूमिका निभाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समिति अध्यक्ष ने बताया कि पुरानी टिहरी के जलमग्न होने के बाद देहरादून में इस प्राचीन रामलीला का पुनर्जीवन किया गया है। वर्ष 2024 की रामलीला को 55 लाख से अधिक दर्शकों ने देखा था, जबकि इस बार पहली बार Digital Live Telecast System से प्रसारण किया जा रहा है, जिसे 75 लाख से अधिक दर्शक देखेंगे।
