चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दी तैनाती प्रस्ताव को मंजूरी
देहरादून, 22 दिसम्बर 2025।
प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में लंबे समय से चली आ रही फैकल्टी की कमी को दूर करने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत राज्य चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से चयनित 140 असिस्टेंट प्रोफेसरों को प्रदेश के विभिन्न राजकीय मेडिकल कॉलेजों में प्रथम तैनाती प्रदान कर दी गई है। इन तैनातियों के प्रस्ताव को चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मंजूरी दी।
नवीन नियुक्तियों से मेडिकल कॉलेजों में शैक्षणिक वातावरण सुदृढ़ होगा तथा शिक्षण, प्रशिक्षण एवं शोध कार्यों को नई गति मिलेगी। साथ ही, मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध चिकित्सालयों में स्वास्थ्य सेवाएं भी और मजबूत होंगी, जिससे रोगियों को बेहतर उपचार मिल सकेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में 41, राजकीय मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में 12, श्रीनगर में 33, हल्द्वानी में 24, रुद्रपुर में 2 तथा राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में 28 असिस्टेंट प्रोफेसरों को तैनाती दी गई है।
इन नियुक्तियों के अंतर्गत दो दर्जन से अधिक संकायों में फैकल्टी की तैनाती की गई है। विशेष रूप से एनेस्थीसिया में 15, कम्युनिटी मेडिसिन व पैथोलॉजी में 12-12, माइक्रोबायोलॉजी व ऑर्थोपेडिक्स में 9-9, ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनी में 8, एनाटॉमी व पीडियाट्रिक्स में 7-7, जबकि जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, रेस्पिरेट्री मेडिसिन व फार्माकोलॉजी में 5-5 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा अन्य प्रमुख संकायों में भी आवश्यकतानुसार तैनाती की गई है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा को उच्च मानकों के अनुरूप विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। मेडिकल कॉलेजों में आधुनिक चिकित्सा उपकरणों के साथ-साथ अनुभवी एवं प्रशिक्षित फैकल्टी की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि नई नियुक्तियों से न केवल फैकल्टी की कमी दूर होगी, बल्कि शिक्षण, प्रशिक्षण एवं शोध कार्यों में गुणात्मक सुधार आएगा और स्वास्थ्य सेवाएं भी और सुदृढ़ होंगी ।







