महाराज ने किया वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण, क्षतिग्रस्त मार्ग-सेतु दुरुस्त करने के निर्देश

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देहरादून, 17 सितम्बर। भारी वर्षा, भूस्खलन और बादल फटने से जनपद देहरादून में भारी नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग के 62 मार्ग और 8 सेतु क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। प्रदेश के लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बुधवार को प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और विभागीय अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।

महाराज ने केशरवाला-मालदेवता, कुमाल्डा-कद्दूखाल, खैरी मानसिंह मार्गों के साथ देहरादून-मसूरी मार्ग पर शिव मंदिर के समीप क्षतिग्रस्त सेतु का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त 8 सेतुओं में से 5 पर स्थाई कार्य कर यातायात बहाल कर दिया गया है, जबकि शेष 3 में से मसूरी मार्ग पर शिव मंदिर के पास सेतु पर बैली ब्रिज का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है, जिसे जल्द ही आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।

मीडिया से बातचीत में मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-72 पर उत्तरांचल यूनिवर्सिटी, झाझरा सेतु के समीप ह्यूम पाइप वायर क्रेट डायवर्जन तथा कार्लीगाड़-मझाड़ा मोटर मार्ग पर क्षतिग्रस्त सेतु को गैबियन लगाकर अस्थाई रूप से दुरुस्त किया जा रहा है। अब तक 35 मार्गों पर यातायात बहाल किया जा चुका है जबकि 27 मार्गों को खोलने का कार्य तेजी से जारी है।

मालदेवता-केशरवाला में 300 मीटर लंबे क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य भी जारी है। मंत्री ने कहा कि नदियों का चैनेलाइजेशन अति आवश्यक है ताकि पानी रिहायशी इलाकों में न घुस पाए। इसके लिए सिंचाई, आपदा प्रबंधन और खनन विभागों को संयुक्त रूप से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नदी-नालों के किनारे निर्माण कार्य न करें।

महाराज ने बताया कि सबसे अधिक क्षति रायपुर, कुमाल्डा-कद्दूखाल, केशरवाला, खैरी मानसिंह मार्ग, सहस्त्रधारा और मसूरी क्षेत्र में हुई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवरुद्ध मार्गों और सुविधाओं को शीघ्र सुचारू किया जाए।

निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता राजेश कुमार शर्मा सहित विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।

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