देहरादून, 10 सितम्बर।
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में आज युवाओं के लिए वित्तीय साक्षरता पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया। यह सत्र नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पहल के तहत आयोजित किया गया, जिसमें सेबी-प्रमाणित प्रतिभूति बाजार प्रशिक्षक डॉ. सुनील मदान ने प्रतिभागियों को वित्तीय प्रबंधन और निवेश की बारीकियों से अवगत कराया।
इस दौरान डॉ. मदान ने “जीवन लक्ष्यों के लिए एक मजबूत आधार का निर्माण” विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने वित्तीय साक्षरता के 6 स्तंभों—ज़रूरतें बनाम चाहत, 50-30-20 नियम, निवेश के सूत्र, म्युचुअल फंड और उनके लाभ, बाजार में होने वाले धोखाधड़ी के प्रकार एवं उनसे बचाव—पर प्रकाश डाला।
प्रतिभागियों को अपने वित्त का विवेकपूर्ण प्रबंधन करने, भविष्य की योजना बनाने और जोखिमों से बचाव करते हुए समझदारी से निवेश करने के लिए व्यावहारिक सुझाव दिए गए। सत्र पूरी तरह निःशुल्क था और इसका उद्देश्य युवाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोगों में वित्तीय जागरूकता और जिम्मेदारी को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने स्वागत भाषण से की। सत्र में बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक और पुस्तकालय में अध्ययनरत युवा शामिल हुए। इस अवसर पर डॉ. वी.बी. चौरसिया, विनोद सकलानी, सुन्दर सिंह विष्ट, शुभम ममगाई, अंकिता, जगदीश सिंह महर, राकेश कुमार, अवतार सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
डॉ. सुनील मदान ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वह भारत, केन्या और यूके में फार्मास्यूटिकल सेक्टर में 20 वर्षों से अधिक समय तक व्यवसाय विकास से जुड़े रहे हैं, साथ ही शिक्षा क्षेत्र में भी उनका 15 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने अब तक 100 से अधिक वित्तीय साक्षरता कार्यशालाएँ आयोजित की हैं।









