देहरादून(अनिल भट्ट) 25अगस्त।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि आईएसबीटी में बीती १३ अगस्त को हुई नाबालिग बालिका के साथ घटी जघन्य सामूहिक दुष्कर्म की घटना के १२ दिन बीत जाने के बाद भी आज राजधानी के अंतर राज्य बस टर्मिनल आईएसबीटी पर सुरक्षा व्यवस्था जस की तस राम भरोसे बनी हुई है । बस अड्डे के आसपास के ट्रैफिक का हाल भी वही पुराना है और आसपास के क्षेत्र के लोग जो आईएसबीटी के चारों ओर विभिन्न कालोनियों। जिनमें आईएसबीटी चौधरी कालोनी, मूलचंद एनक्लेव, इंद्रलोक कालोनी,संस्कृत कालोनी,शकुंतला एनक्लेव,नामदेव कालोनी,आजाद कालोनी,टर्नर रोड, ओगल भट्ठा,सुभाष नगर,ट्रांसपोर्ट नगर, शिमला चौक,मदनी कालोनी व मांजरा क्षेत्र के नागरिक अव्यवस्थाओं के कारण बेहद परेशान हैं यह कहना है उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्मान का जो आज दोपहर एक बजे अपने दल बल के साथ आईएसबीटी का मौका मुआयना करने पहुंचे और पूरे आईएसबीटी का गेट नंबर एक से लेकर अंदर और फिर बाहर निकासी द्वार तक घूमे और वहां व्याप्त गंदगी , जगह जगह, जल भराव, अनेक जगहों पर पड़े गड्ढे व पौधारोपण के बाद छोड़ी गई प्लास्टिक की पन्निया देख कर भौंचक्के रह गए। सूर्यकांत धस्माना ने उस जगह को भी देखा जहां उस रात वह बस पार्क की गई थी जिसमें नाबालिग बच्ची के साथ रोडवेज के पांच वहशी कर्मचारियों ने दुष्कर्म किया था। वहां खड़े कुछ कर्मचारियों व टैक्सी संचालकों ने धस्माना को बताया कि इतनी जघन्य घटना घट जाने के बाद भी आईएसबीटी में प्रकाश व्यवस्था ठीक नहीं हुई है और पुलिस की गश्त भी नाम मात्र को रहती है। धस्माना के आईएसबीटी पहुंचने की सूचना पर आस पास की कालोनियों के नागरिक भी आईएसबीटी पहुंच गए व उन्होंने क्षेत्र में जल भराव, ट्रैफिक जाम तथा डग्गामार गाड़ियों का सड़कों में घंटों घंटों पार्क होने के कारण पैदा होने वाली परेशानी से श्री धस्माना को अवगत करवाया। श्री धस्माना ने इस पूरे दौरे को फेस बुक पर लाइव साझा किया । बाद अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने लगभग एक घंटे तक पूरे आईएसबीटी का बारीकी से निरीक्षण किया किंतु इस बीच उनको एक भी पुलिस कर्मी आईएसबीटी के गेट नंबर एक से और निकासी द्वार तक नजर नहीं आया। उन्होंने कहा कि जब पूरे राज्य और देश में १३ अगस्त को घटी दुष्कर्म की घटना की चर्चा समाचार पत्रों ,चैनलों व सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर इतनी व्यापकता से हुई हो ऐसे में आईएसबीटी में कोई पुलिस सुरक्षा का इंतजाम नजर नहीं आना अपने आप में आश्चर्य जनक है और पुलिस की कार्यशैली व संवेदनशीलता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। श्री धस्माना ने कहा कि टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों व रोडवेज के ही कुछ कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस व आरटीओ विभाग की मिलीभगत से आईएसबीटी के आधे किलोमीटर के घेरे में अवैध बसों व टैक्सियों का संचालन खुले आम हो रहा है जिससे रोडवेज विभाग को तो नुकसान है ही ऐसे में असामाजिक तत्वों के सक्रिय रह कर अपराध की संभावना बनी रहती है। श्री धस्माना ने कहा कि क्योंकि राज्य बनने के बाद एन डी तिवारी जी के शासनकाल में जब यह बस अड्डा बना था तब यह शहर का बाहरी इलाका माना जाता था किंतु पिछले बीस वर्षों में शहर का विस्तार होने के बाद अब यह बस अड्डा शहर की घनी आबादी के बीच आ गया है इसलिए अब एक नया आईएसबीटी हरिद्वार रोड पर बालावाला के पास बनना चाहिए जिससे हरिद्वार ऋषिकेश रूट से उत्तरप्रदेश व गढ़वाल कुमाऊं जाने वाले लोगों के लिए सुविधा हो और इस इलाके पर ट्रैफिक का बोझ भी कम हो। श्री धस्माना ने कहा कि आईएसबीटी में नगर निगम टैक्सी स्टैंड का किराया तो वसूल करता है किंतु आईएसबीटी में ना तो कोई सुविधा उपलब्ध कराता है ना सफाई व प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त करता है। श्री धस्माना ने कहा कि वे शीघ्र ही राज्य के मुख्यमंत्री से राजधानी में एक नया आईएसबीटी बनाने की मांग करेंगे व मंगलवार को नगर निगम के आयुक्त से मिल कर आईएसबीटी में सफाई व प्रकाश व्यवस्था की तत्काल प्रभाव से व्यवस्था करने ,और क्षेत्र में जल भराव की समस्या को दूर करने की मांग करेंगे। धस्माना के साथ निवर्तमान पार्षद मुकीम अहमद भूरा, अनुज दत्त शर्मा, तौफीक, तनवीर,अनीस अंसारी, आशुतोष, अवधेश कथिरिया आदि शामिल थे।
