देहरादून, 29 अक्टूबर।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर 15 नवंबर को पूरे उत्तराखंड में भूकंप पर राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इसका उद्देश्य भूकंप और इससे जुड़ी आपदाओं से निपटने की तैयारी को परखना और विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना है।
सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन की अध्यक्षता में आयोजित ओरिएंटेशन और कोऑर्डिनेशन बैठक में सभी जनपदों को ड्रिल की रूपरेखा बताई गई। उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को टेबल टॉप एक्सरसाइज होगी, जिसमें सभी जिले अपनी तैयारियां और संसाधनों की जानकारी साझा करेंगे।
सुमन ने कहा कि उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से संवेदनशील राज्य है। सभी जिले जोन-4 और जोन-5 में आते हैं। यूएसडीएमए भूकंप चेतावनी प्रणाली को और सशक्त बना रहा है। आईआईटी रुड़की के सहयोग से सेंसर और सायरन बढ़ाए जा रहे हैं। ‘भूदेव’ एप विकसित किया गया है, जो पांच से अधिक तीव्रता का भूकंप आने पर मोबाइल पर अलर्ट भेजेगा।
मॉक ड्रिल के दौरान इवैकुएशन प्लान पर रिहर्सल होगी। राहत शिविरों में बिजली, पानी, भोजन, स्वास्थ्य और सुरक्षा की व्यवस्थाओं को रियल टाइम में परखा जाएगा।
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप ने कहा कि ड्रिल से जनपदों की तैयारी और विभागों के बीच समन्वय की जांच होगी। डीआईजी राजकुमार नेगी ने बताया कि अलग-अलग परिदृश्यों जैसे इमारत ढहना, स्कूल क्षति, पुल टूटना, रासायनिक रिसाव, भूस्खलन और रात के समय भूकंप की स्थिति पर भी अभ्यास किया जाएगा।
