लोकतंत्र बचाने एवं समुदाय विशेष के उत्पीड़न के खिलाफ मोर्चा का बोला हल्ला

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समुदाय विशेष के खिलाफ बदले की भावना से कार्य कर रही सरकार
सिर्फ मुस्लिम समुदाय को बना रही सरकार निशाना क्या प्राइवेट विद्यालयों/सरकारी भवनों एवं अन्य के खिलाफ कार्यवाही का दम है सरकार में
देहरादून 29 मार्च । जन संघर्ष मोर्चा कार्यकर्ताओं एवं समुदाय विशेष से जुड़े लोगों द्वारा मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में लोकतंत्र बचाने एवं सरकार द्वारा समुदाय विशेष के हितों पर कुठाराघात के खिलाफ तहसील घेराव कर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी, विकासनगर की गैर मौजूदगी में नायब नाजिर श्री अभिनय को सौंपा।
नेगी ने कहा कि पिछले कुछ समय से हर मोर्चे पर विफल हो चुकी सरकार जनता का ध्यान बांटने के उद्देश्य से प्रदेश भर में सिर्फ समुदाय विशेष को निशाना बनाकर उनके मदरसों को पंजीकरण के नाम पर उत्पीड़न एवं विकास प्राधिकरणों के जरिए नोटिस जारी करने व पर्याप्त समय दिए बगैर उनको सील करने की कार्यवाही कर रही है, जोकि सरकार का दोहरा मापदंड है, अन्याय है। व्यवस्था है कि दीनी तालीम देने वाले मकतबों को पंजीकरण की कोई आवश्यकता नहीं होती। सरकार को चाहिए कि बगैर नक्शा पास कराये संचालित इन मदरसों को नक्शा पास कराने हेतु समुचित अवसर प्रदान करना चाहिए।अगर इनके द्वारा नक्शा नहीं पास कराए जाते तो सरकार कोई भी कार्रवाई करने को स्वतंत्र है, लेकिन पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर नहीं। इसके साथ-साथ इनमें अध्यनरत छात्रों का हित भी सरकार को देखना चाहिए।
नेगी ने तंज कसते हुए कहा कि अगर सरकार में हिम्मत है तो समुदाय विशेष से इतर बगैर नक्शा पास कराये संचालित प्राइवेट विद्यालयों(कॉन्वेंट स्कूलों) सरकारी भवनों/ सरकारी विद्यालयों/ आंगनबाड़ी केंद्रो, चाहे वो निजी या सरकारी भवनों में संचालित हैं, क्या उनको भी सरकार नोटिस जारी करने व सील किए जाने की कार्रवाई करने का दम रखती है। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या करने पर तुली है।
मोर्चा राजभवन से मांग करता है कि समुदाय विशेष के खिलाफ की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाही व दोहरा मापदंड अपनाने को लेकर सरकार पर चाबुक चलाने का काम करे।
घेराव/ प्रदर्शन में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, हाजी आरिफ, प्रधान अयूब हसन, मोहम्मद इस्लाम, जमाल खान, सरदार सिंह चौहान, महिपाल सिंह रावत, जाबिर हसन, दिलबाग सिंह, फतेहआलिम, अशोक चंडोक, मौलाना शाबान, मुमसाद ,मुफ्ती असद, कारी आबिद, कारी शहजाद, साजिद, जुनैद, विजय राम शर्मा, राम सिंह तोमर, हाजी असद, सद्दाम हुसैन, मोहम्मद फारूक, सलीम मुजीबुरहमान, कुंवर सिंह चौहान, अनुपम कपिल, महेंद्र भंडारी, रूपचंद, निशा खातून, सायरा बानो, सरोज गांधी, प्रवीण शर्मा पिन्नी, संजय गुप्ता, जीशान, प्रोबीर दास, गयुर्, अकरम सलमानी, यूनुस, अमित जैन, रहबर अली, मन्नान, विनय गुप्ता, विनोद जैन, महेंद्र सिंघल, विनय गुप्ता, बिल्लू गिल्बर्ट , समून, गफूर, मनीष नेगी, नरेंद्र तोमर आदि मौजूद थे।

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