चम्पावत, 30 अक्टूबर ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन और जिलाधिकारी मनीष कुमार के नेतृत्व में चम्पावत जनपद ने एक बार फिर उत्कृष्टता का परचम लहराया है। भारत सरकार के बीस सूत्रीय कार्यक्रम के क्रियान्वयन में जिले ने लगातार तीसरी बार प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
जिला प्रशासन के सतत प्रयासों और प्रभावी निगरानी के परिणामस्वरूप चम्पावत ने न केवल अपनी पिछली उपलब्धियों को बरकरार रखा है, बल्कि इस माह अपने प्रदर्शन में और सुधार दर्ज किया है। यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं को जिले में समयबद्ध, पारदर्शी और प्रभावी तरीके से लागू किया जा रहा है।
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी दीप्तकीर्ति तिवारी ने बताया कि जुलाई और अगस्त माह में प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद, अब सितम्बर माह की समीक्षा में भी चम्पावत ने प्रदेश स्तर पर शीर्ष स्थान हासिल किया है।
अर्थ एवं संख्या निदेशालय, नियोजन विभाग, उत्तराखंड शासन द्वारा जारी प्रतिवेदन के अनुसार —
- 35 मदों में ‘A’ श्रेणी (100% उपलब्धि),
- 6 मदों में ‘B’ श्रेणी (80% से अधिक),
- 1 मद में ‘C’ श्रेणी,
- तथा 0 मदों में ‘D’ श्रेणी दर्ज की गई है।
कुल 42 मदों में चम्पावत को 129 में से 121 अंक प्राप्त हुए हैं, जो 93.8 प्रतिशत उपलब्धि दर्शाता है। वहीं, बागेश्वर को 92.5 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरा और उधम सिंह नगर को 78.29 प्रतिशत के साथ तीसरा स्थान मिला है।
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने इस उपलब्धि पर सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि—
“यह सफलता सामूहिक प्रयासों, बेहतर समन्वय और निरंतर परिश्रम का परिणाम है। हमारा लक्ष्य केवल रैंकिंग में शीर्ष स्थान पाना नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि हर योजना का लाभ अंतिम छोर तक बैठे आमजन तक पहुँचे।”
उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में और अधिक तत्परता एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करें ताकि आने वाले महीनों में भी चम्पावत का यह प्रदर्शन बरकरार रहे।
बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न विभागों की योजनाओं के मासिक अनुश्रवण एवं प्रगति मूल्यांकन के आधार पर राज्य स्तर पर रैंकिंग तय की जाती है। लगातार तीसरी बार चम्पावत का शीर्ष स्थान प्राप्त करना जिले की कार्यकुशलता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता का परिचायक है।
क्या आप चाहेंगे कि मैं इसे सरकारी प्रेस विज्ञप्ति प्रारूप (सूचना विभाग शैली) में भी तैयार कर दूं — ताकि यह “कार्याल