देहरादून, 23 सितम्बर।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने सोमवार देर शाम ऋषिपर्णा सभागार में जनपद में आपदा से हुई क्षति एवं प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा बैठक ली। 15 सितम्बर की रात्रि को हुई अतिवृष्टि से जिले में अब तक लगभग ₹211 करोड़ से अधिक की अनुमानित क्षति आंकी गई है। डीएम ने स्पष्ट किया कि बिजली, सड़क, पेयजल की बहाली तथा घर, खेत व फसल का त्वरित मुआवजा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
डीएम बंसल ने बताया कि वे स्वयं आपदा प्रभावित क्षेत्रों— मझाड़, कार्लीगाड, फुलैत, छमरोली, क्यारा, सरोना, भीतरली किमाड़ी, सिल्ला, चामासारी, पुरकुल और धनोला का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रभावित क्षेत्र में सीनियर QRT की तैनाती की गई है, ताकि अहैतुक, गृह व अनुग्रह मुआवजा शीघ्र वितरित हो सके।
बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि बजट की प्रतीक्षा न करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत व पुनर्स्थापना कार्य शुरू करें तथा शीघ्र प्रस्ताव शासन को भेजें। डीएम ने लोनिवि व पीएमजीएसवाई को आदेशित किया कि संपर्क विहीन हुए गांवों को युद्धस्तर पर जोड़ा जाए। साथ ही जल संस्थान, पेयजल निगम, सिंचाई, कृषि, पशुपालन और उद्यान विभाग को भी त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि संयुक्त सर्वे कर हैण्ड-टू-हैण्ड मुआवजा वितरण सुनिश्चित किया जाए, ताकि किसी भी प्रभावित परिवार को प्रतीक्षा न करनी पड़े।
अब तक प्राप्त विभागीय आंकलन के अनुसार—
लोनिवि को ₹46 करोड़
पीएमजीएसवाई को ₹26.38 करोड़
सिंचाई विभाग को ₹64.50 करोड़
पेयजल निगम को ₹18.23 करोड़
जल संस्थान को ₹13.31 करोड़
विद्युत विभाग को ₹10.63 करोड़
शिक्षा विभाग को ₹4.18 करोड़
ग्रामीण विकास विभाग को ₹4.15 करोड़
कृषि विभाग को ₹54 लाख
उद्यान विभाग को ₹8.78 लाख
स्वास्थ्य विभाग को ₹35 लाख
की क्षति हुई है।
इसके अतिरिक्त, 13 पुल (लोनिवि) व एक जाखन पुल (एनएचआई) की एप्रोच क्षतिग्रस्त बताई गई है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के. मिश्रा, अधीक्षण अभियंता सिंचाई संजय राय, अधीक्षण अभियंता लोनिवि ओमपाल सिंह, अधीक्षण अभियंता यूपीसीएल जैन, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान नमित रमोला, अधि.अभि. पीएमजीएसवाई आर.एस. गुंसाई सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
