देहरादून, 22 सितम्बर।
उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और गढ़वाल की ऐतिहासिक परंपरा को जीवंत करते हुए “भव्य रामलीला महोत्सव – 2025” का शुभारंभ रेसकोर्स स्थित श्री गुरु नानक मैदान में हुआ। आयोजन का आगाज प्रसिद्ध लोकगायक रोहित चौहान की भावुक कर देने वाली गढ़वाली गीत प्रस्तुति और पहली बार आयोजित भव्य Laser और Sound Show से हुआ।
पहले दिन रामलीला मंचन की शुरुआत कैलाश लीला व राम-सीता जन्म प्रसंग से हुई। दर्शकों ने पारंपरिक चौपाई, कथा और संवादों से सजी इस ऐतिहासिक रामलीला का भरपूर आनंद लिया।
श्री रामकृष्ण लीला समिति (टेहरी 1952, देहरादून) के अध्यक्ष अभिनव थापर ने बताया कि टिहरी के जलमग्न होने के बाद देहरादून में इस प्राचीन रामलीला को पुनर्जीवित किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 की रामलीला को 55 लाख से अधिक लोगों ने देखा था, जबकि इस बार Digital Live Telecast System के माध्यम से 75 लाख से अधिक दर्शकों तक पहुंचने का लक्ष्य है।
विशेष आकर्षण के तौर पर इस बार रामलीला के साथ भजन संध्या, पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रम, भव्य मेला, कलश यात्रा तथा 2 अक्टूबर को रावण, कुंभकरण, मेघनाथ और लंका दहन का आयोजन होगा।
कार्यक्रम में विधायक विनोद चमोली ने कहा कि “गढ़वाल की ऐतिहासिक धरोहर का पुनर्जीवन होना गर्व की बात है।” वहीं, विधायक खजान दास, गायक रोहित चौहान, रणबीर पंवार समेत अनेक अतिथियों ने शिरकत की।
श्री गुरु नानक मैदान की रामलीला में कथा, चौपाई और मंचन बिल्कुल उसी परंपरा के अनुसार किया जा रहा है, जैसा कि 1952 से टिहरी में आयोजित होती आ रही थी।
