हरिद्वार, 20 सितम्बर।
नगर क्षेत्र में फुटपाथ, नाली एवं सड़कों से अतिक्रमण हटाने और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देश पर नगर मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान की अध्यक्षता में शनिवार को व्यापार मंडल पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में नगर मजिस्ट्रेट ने व्यापारियों से अपील की कि वे अपनी दुकानों के सामने फुटपाथ और नालियों के ऊपर रखा सामान स्वयं हटा दें। इसके लिए उन्हें चार दिन का समय दिया गया है। निर्धारित समय सीमा में सामान न हटाने पर प्रशासन द्वारा जब्ती कार्रवाई की जाएगी और अर्थदंड भी वसूला जाएगा।
बैठक में यह भी संज्ञान में आया कि शहर में कई रेड़ी-ठेली बिना लाइसेंस के संचालित हो रही हैं, जिनसे जाम की स्थिति पैदा होती है। इस पर नगर मजिस्ट्रेट ने नगर निगम को निर्देश दिए कि बिना लाइसेंस की रेड़ी-ठेलियों का सत्यापन कर उन्हें हटाया जाए और निगरानी के लिए जेब्रा फोर्स तैनात की जाए। साथ ही अवैध होर्डिंग-बैनर एवं लटकते केबल तारों को हटाने और नालियों की सफाई करने के भी आदेश दिए।
नगर मजिस्ट्रेट ने लोनिवि के सहायक अभियंता को निर्देशित किया कि जिन नालियों के ऊपर लगे स्लैब टूटे या क्षतिग्रस्त हैं, उनकी मरम्मत तत्काल की जाए।
व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने बैठक में प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे दुकान के आगे सामान नहीं रखेंगे और अभियान में पूरा सहयोग करेंगे।
बैठक में सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी गणेश जोशी, सहायक नगर आयुक्त ऋषभ उनियाल, इंस्पेक्टर हाकम सिंह, सहित व्यापार मंडल से अनिल पुरी, नवनीत शर्मा, राजन कौशिक, मनोज सिंगल, राम अरोड़ा, नरेंद्र ग्रोवर, बलराम सेठ, मुकेश भार्गव, राहुल शर्मा आदि उपस्थित रहे।









