कुमाऊँ कार रैली 2025: चंपावत में हुआ भव्य स्वागत, पर्यटन और गौरव का संगम

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चंपावत, 15 सितम्बर। कुमाऊँ की संस्कृति, पर्यटन और रणनीतिक महत्व को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से शुरू हुई कुमाऊँ कार रैली 2025 का आज चंपावत में भव्य स्वागत किया गया। बरेली से शुरू हुई इस रैली को उत्तर भारत क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल डी.जी. मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।

भारतीय सेना की पहल पर आयोजित यह रैली केवल खेल आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गौरव, रोमांच और सीमांत पर्यटन को बढ़ावा देने का एक अनूठा प्रयास है। इसका आयोजन पंचशूल ब्रिगेड द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। रैली बरेली से शुरू होकर बनबसा, चंपावत, पिथौरागढ़, गुंजी, आदि कैलाश, लिपुलेख, धारचूला, डीडीहाट और नैनीताल से गुजरते हुए पुनः बरेली तक पहुंचेगी।

चंपावत में उत्सव का माहौल
चंपावत पहुंचने पर रैली का सांस्कृतिक परंपराओं के साथ स्वागत किया गया। पंचशूल टस्कर्स टीम ने कुमाऊँनी और छलिया नृत्य की प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। माउंट कार्मेल स्कूल के बैंड और एनसीसी कैडेटों ने अपनी ऊर्जावान प्रस्तुतियों से कार्यक्रम में जोश और उल्लास का संचार किया।

इस अवसर पर ब्रिगेडियर गौतम पठानिया, कमांडर 119 ब्रिगेड; लेफ्टिनेंट कर्नल भगवती सिंह राठौर (सेना मेडल); एसडीएम चंपावत; मुख्यमंत्री प्रतिनिधि श्री अनुराग आर्य और श्री प्रकाश चंद्र तिवारी; कर्नल राकेश पाठक, कर्नल बी.डी. जोशी (से.नि.), मेजर जनरल के.जे.एस. गिल (से.नि.), कैप्टन रंधीर कुमार सहित बड़ी संख्या में सेना के अधिकारी, सैनिक और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।

रैली ने यह संदेश दिया कि कुमाऊँ केवल प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक ही नहीं, बल्कि देश की रणनीतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है।

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