जूते भी बना सकते हैं आर्थराइटिस का मरीज जूते खरीदते समय कुछ बातों का रखना चाहिये ध्यान

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देहरादून 7 अप्रैल ।आर्थराइटिस एक आम समस्या है। इसमें हाथ, कलाई, घुटनों, पैरों और एड़ियों के जोड़ों में दर्द के साथ अकड़न और सूजन हो जाती है। जोड़ों के कारण उत्पन्न विकलांगता के मुख्य कारणों में से एक आस्टियोआर्थराइटिस भी है।
आस्टियोआर्थराइटिस मुख्यतः वृद्वों में पाया जाता है। इसके 70 प्रतिशत मरीज 55 साल से अधिक उम्र के होते हैं। आमतौर से यह बीमारी 50 साल या 55 साल के आसपास होती है। पर आजकल एथलीट्स के साथ युवाओं में भी आस्टियोआर्थराइटिस देखने में आ रहा है। आस्टियोआर्थराइटिस की 60 प्रतिशत मरीज महिलाएं होती हैं। आर्थराइटिस के कारणों में अनुवांशिकता, उम्र और जीवनशैली की भूमिका होती है, लेकिन गलत जूते पहनने की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। हमारे शरीर का पूरा वजन हमारे पैरों पर पड़ता है। इसलिए अगर पैरों को सही सपोर्ट नहीं मिल पा रही है, तो जोड़ों, खासकर घुटनों, कूल्हों और कमर पर ज्यादा दबाव पड़ने लगता है। खराब फिटिंग के जूते, ऊंची हील या फिर असुविधाजनक फुटवियर की वजह से जोड़ों पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे समय के साथ आर्थराइटिस का दर्द बिगड़ सकता है। ऊंची हील और असुविधाजनक फुटवियर स्टाईलिश तो लगते हैं पर ये जोड़ों के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। इससे घुटनों और जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से क्रोनिक दर्द की समस्या हो सकती है। अच्छा, आरामदायक और उचित फिटिंग का जूता जोड़ों को स्वस्थ रखने की ओर पहला कदम है। सही फुटवियर से जोड़ों को आराम मिलता है।
लोग आमतौर से मुलायम सोल का जूता खरीदते हैं। उन्हें लगता है कि यह मुलायम होने के साथ पैरों के लिए आरामदायक होगा। लेकिन यह जूता एड़ी पर पड़ने वाले दबाव को बढ़ा देता है। इसलिए जूता ऐसा होना चाहिए, जिसके सोल से सख्त सपोर्ट मिले और कुशन झटके को अवशोषित करे तथा जोड़ों पर पड़ने वाले दबाव को कम करे। बहुत ज्यादा कसे हुए जूते प्रेशर पाईंट बनाते हैं, जबकि बहुत ज्यादा ढीले जूते अस्थिर होते हैं। इसलिए जूते ऐसे चुनें जिनमें उंगलियों को पर्याप्त जगह मिले और वो दबाव महसूस न करें। अगर जूते की हील 4 सेमी से ज्यादा है, तो शरीर का भार पैर में आगे की ओर चला जाता है, जो परेशानी पैदा कर सकता है। इसलिए आर्थराइटिस के मरीजों को ऊंची हील के फुटवियर नहीं पहनने चाहिए क्योंकि इससे शरीर का भार उंगलियों पर पड़ेगा और उनकी हालत और ज्यादा बिगड़ जाएगी।झटके को अवशोषित करने के लिए कुशन वाले सोलमैमोरी फोम या जेल इंसर्ट वाले जूते जोड़ों को पर्याप्त कुशन देते हैं, जिससे वाक करते वक्त उन पर सबसे कम प्रभाव पड़ता है। इनर लाईनिंग का कुशन आराम देता है, जिससे पैदल चलना आसान हो जाता है। सुविधाजनक और अच्छी पिफटिंग के फुटवियर पहनकर जीवन की क्वालिटी में सुधार लाया जा सकता है, जिससे गतिविधि करना आसान हो जाता है।

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