टनकपुर चम्पावत (अनिल भट्ट)24 दिसम्बर । सोमवार की शाम प्रदेश में निकाय चुनाव को अधिसूचना जारी होने के उपरांत अब निकाय चुनाव में राजनीतिक सरगर्मियां अपने पूरे सबाब पर रंग दिखाना शुरू करेगी। वही बात राष्ट्रीय दलों से टिकट दावेदारों की करी जाय तो उसके लिए भी बीजेपी कांग्रेस द्वारा भी जल्द अपने आधिकारिक प्रत्याशियों की सूची जारी होने की संभावना है।
प्रदेश के चम्पावत जिले की तराई में पड़ने वाली टनकपुर नगर पालिका में भी इस बार चुनावी मुकाबला रोचक होने की संभावना है। लेकिन अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के मजबूत दावेदार की अगर बात की जाए तो वरिष्ट पत्रकार व कांग्रेस में रहकर पूर्व में लंबी राजनेतिक पारी खेल भी चुके बाबू लाल यादव का नाम कम समय में उभर कर सामने आया है। बाबू लाल यादव एक मजबूत दावेदार के रूप में इस बार ओबीसी सीट पर अपने दावेदारी प्रस्तुत कर रहे है।
राजनैतिक विश्लेषकों की अगर मानी जाए तो टनकपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के पर्यवेक्षको के समक्ष गई सूची में वह सबसे मजबूत दावेदार दिख रहे है। तीस साल का पत्रकारिता अनुभव व पूर्व में नब्बे के दशक से कांग्रेस सेवा दल सहित विभिन्न संगठन दायित्व मे सफलता पूर्वक पारी खेल चुके बाबूलाल यादव को इस बार कांग्रेस से टिकट मिलने का मजबूत प्रत्याशी मान रहे है।साथ ही राजनैतिक विश्लेषकों के अनुसार बाबूलाल की लंबी समय से टनकपुर नगर में सामाजिक सक्रियता की वजह से उन्हें सभी वर्गों के समर्थन मिलने की भी पूर्ण संभावना देखी जा रही है। टनकपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद पर जिन चार लोगो की कांग्रेस प्रवेक्षको समक्ष दावेदारी गई है उनमें वरिष्ट पत्रकार बाबू लाल यादव, हिमा वर्मा, शैलेंद्र नाथ व नासिर खान प्रमुख है।लेकिन चारों दावेदारों में बाबू लाल यादव की कांग्रेस से टिकट की मजबूत दावेदारी मानी जा रही है
फिलहाल सोमवार को निकाय चुनाव हेतु नामांकन,मतदान ,
मतगणना सहित अधिसूचना जारी होने के उपरांत कुल एक माह का समय जहां सभी प्रत्याशियों को इस बार मिल रहा है।लेकिन जानकारों की माने तो कांग्रेस अगर वरिष्ट पत्रकार बाबूलाल यादव पर टनकपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद पर दाव खेलती है तो बाबूलाल यादव अपने राजनीतिक कौशल से इस चुनाव को पलटने का दम रखते है। फि
लहाल प्रत्याशी के रूप में बाबूलाल को हर वर्ग के मिल रहे समर्थन व उनकी मजबूत दस्तक ने अन्य दलों के रणनीतिकारों को सोचने पर मजबूर जरूर कर दिया है।फिलहाल ओबीसी सीट होने के बावजूद भी इस बार बाबूलाल यादव की मजबूत दस्तक से चुनाव के रोचक होने की संभावनाएं बड़ चुकी है।








