देहरादून (अनिल भट्ट)02 सितंबर।
केवल पौधा रोप कर उसे भगवान भरोसे छोड़ देने से अब काम बनने वाला नहीं है बल्कि पौधा रोपने के साथ उसके लालन पालन और उसके पेड़ बनने तक उसकी देख रेख़ करने का संकल्प भी अगर हम ले सकें तो पर्यावरण की रक्षा में हमारा यह बड़ा योगदान होगा यह बात आज ग्राम क्यारकुली भट्टा में स्थानीय ग्रामीणों के साथ पौधारोपण करने के बाद मुख्य अतिथि उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कही। उन्होंने कहा की लगातार बढ़ते शहरीकरण व बढ़ती आबादी के दबाव में आज पूरे विश्व में और विशेष रूप से भारत जैसे विशाल देश में पर्यावरण के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। सड़कों के निर्माण , टू लेन से फोर लेन फिर ऐट लेन और इसी तरह हाई वेज की बढ़ती लेंस और स्कूल अस्पताल, मॉल , मल्टी स्टोरी बिल्डिंग्स आदि आदि जो बढ़ती आबादी के साथ समय की आवश्यकता भी है अंधाधुंध पेड़ पातन का कारण हैं किंतु जिस तेजी से पेड़ों की कटाई हुई है और हो रही है उसकी तुलना में पौधारोपण बहुत कम है और कागजों में ही ज्यादा है इसलिए ग्लोबल वार्मिंग जैसी भयंकर समस्या देश और दुनिया के सामने खड़ी हो गई है। श्री धस्माना ने कहा कि हमने अपने जीवन काल में ही देहरादून का वो मौसम देखा है जब मई और जून के महीने में दो दिन गर्मी पड़ने पर तीसरे दिन बारिश की फुहारें मौसम सुहावना कर देती थीं किंतु आज हालत इतने खराब हो गए हैं की तापमान देहरादून का ४४ और ४५ डिग्री छू गया और मसूरी में भी पंखे और ऐसी चलाने की नौबत आ गई। श्री धस्माना ने कहा कि अगर हम अभी भी नहीं चेते तो आने वाले दिनों में देहरादून और मसूरी झांसी और आगरा बन जायेंगे तापमान और प्रदूषण के मामले में। इस अवसर पर समाज सेवी डॉक्टर अनिल जग्गी, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री ओम वीर सिंह, श्री विवेक रावत, श्री अजय सिंह व वन विभाग के कर्मचारी व स्थानीय ग्रामीण पौधारोपण में शामिल रहे ।
