जिला प्रशासन की रायफल फंड छह जरूरतमंदों को वितरित किए 1.50 लाख रुपये के चेक

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देहरादून, 6 अक्टूबर।
जिला प्रशासन की पहल पर रायफल क्लब फंड अब जरूरतमंदों के जीवन में आशा और उम्मीद की किरण बन रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने सोमवार को राइफल क्लब फंड से 06 असहाय, अक्षम और निर्धन लोगों को कुल 1.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। प्रत्येक लाभार्थी को 25-25 हजार रुपये के चेक दिए गए।

जिलाधिकारी ने कहा कि रायफल क्लब एक लक्जरी ट्रांजेक्शन है, जिसका उपयोग अब सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से समाज के निर्धन व असहाय वर्ग की मदद के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य गरीबों, असहायों और निर्बलों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है।

डीएम बंसल ने इस दौरान कहा, “यह छोटी सी राशि उनके जीवन की समस्या का संपूर्ण समाधान तो नहीं कर सकती, लेकिन इससे उनके जीवन में उम्मीद और आत्मनिर्भरता की शुरुआत अवश्य हो सकती है।” उन्होंने ग्राउंड लेवल पर जरूरतमंदों की पहचान करने वाली टीम की सराहना भी की।

रायफल फंड बना उम्मीद का आधार
पहली बार रायफल फंड का उपयोग असहायों की सहायता के लिए किया गया है। इस फंड से—

गुलरघाटी निवासी 75 वर्षीय शमशेर सिंह को उनके जीर्ण मकान की मरम्मत हेतु सहायता दी गई।

चन्द्रबनी निवासी प्रियंका कुकरेती, जिनके पिता का निधन और दोनों भाई दिव्यांग हैं, को आर्थिक मदद के साथ उनकी मास्टर डिग्री की पढ़ाई का खर्च भी जिला प्रशासन उठाएगा।

बनियावाला निवासी आनंदी देवी, जिनके पति गुमशुदा हैं और कोई आय का साधन नहीं है, को राहत दी गई।

शिव एन्क्लेव निवासी सूरज, जो हाईवोल्टेज करंट लगने से अपना पैर गंवा चुके हैं, को रोजगार शुरू करने के लिए सहयोग मिला।

सहस्त्रधारा निवासी मनीष, जिनकी एक दुर्घटना में आंख चली गई थी, को कृत्रिम आंख लगवाने के लिए सहायता मिली।

रोड निवासी किरण धीमान, जो किडनी की बीमारी से जूझ रही हैं और जिनके पति मानसिक रूप से बीमार हैं, को उपचार हेतु मदद प्रदान की गई।

सहायता प्राप्त कर जरूरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। बुजुर्ग शमशेर सिंह ने अधिकारियों से पूछा, “साहब, क्या यह पैसा वापस करना होगा?” जिस पर जिलाधिकारी ने मुस्कराते हुए कहा, “यह आपकी मदद है, इसे किसी छोटे रोजगार में लगाएं ताकि परिवार की आर्थिकी चलती रहे।”

अब तक रायफल क्लब फंड से 12.55 लाख रुपये की राशि विभिन्न जरूरतमंदों को वितरित की जा चुकी है।
रायफल क्लब वर्ष 1959 से संचालित है, जिसमें शस्त्र लाइसेंस जारी करने, नवीनीकरण, सीमा विस्तार, एनओसी आदि के लिए शुल्क के रूप में प्राप्त धनराशि फंड में जमा होती है।

इस अवसर पर उप जिलाधिकारी (न्याय) कुमकुम जोशी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कपिल कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।

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