देहरादून/उत्तरकाशी 19 सितंबर ।मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने फुलेत आपदाग्रस्त क्षेत्र में ज़मीनी हकीकत जानने के लिए हेली सेवा का विकल्प छोड़कर दुर्गम पैदल मार्ग से पहुँचने का निर्णय लिया।
डीएम सविन स्वयं प्रशासनिक अमले के साथ जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी छमरौली तक कठिन सड़क मार्ग और छमरौली से करीब 12 किमी पैदल चलकर फुलेत पहुँचे। अब तक प्रशासन केवल हेली सेवा के माध्यम से ही प्रभावित ग्रामीणों तक राशन और राहत सामग्री पहुँचा रहा था, लेकिन इस बार डीएम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर न केवल आपदा से हुई क्षति का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया बल्कि जनमानस की समस्याएँ भी सुनीं।
फुलेत पहुँचने के दौरान डीएम व उनकी टीम ने बह चुके पुल, पुलिया और धुल चुकी पगडंडियों का जायजा लिया। गाढ़, गदेरे, ढौंड और ढंगार पार कर प्रशासनिक टीम प्रभावित परिवारों तक पहुँची। डीएम ने ग्रामीणों को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया और अधिकारियों को युद्ध स्तर पर जनजीवन सामान्य करने के निर्देश दिए।



उन्होंने स्पष्ट किया कि हर हाल में सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और राहत एवं पुनर्वास कार्यों में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।









