वनाग्नि रोकथाम हेतु देवीधुरा क्षेत्र में जनजागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को किया गया सतर्क, पिरुल संग्रहण हेतु भी किया गया प्रोत्साहन

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चंपावत 10 मई ।
प्रभागीय वनाधिकारी, चंपावत के निर्देशानुसार एवं वन क्षेत्राधिकारी, देवीधुरा के मार्गदर्शन में शनिवार को देवीधुरा वन क्षेत्र के अंतर्गत ढोलीगांव बीट क्षेत्र में वनाग्नि सुरक्षा हेतु एक विशेष जनजागरूकता अभियान चलाया गया।
अभियान के अंतर्गत चोफड़ी–ढोलीगांव व आसपास के क्षेत्रों में मोबाइल वैन एवं मेगाफोन के माध्यम से ग्रामीणों को वनों में लगने वाली आग से होने वाली व्यापक क्षति के प्रति जागरूक किया गया। ग्रामीणों को बताया गया कि वनाग्नि से न केवल बहुमूल्य वन संपदा का नुकसान होता है, बल्कि यह वन्य जीवों, पर्यावरण तथा स्थानीय जीवनशैली पर भी गंभीर प्रभाव डालता है।

इसके साथ ही ग्रामीणों को पिरुल को एकत्र कर वन पंचायतों एवं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से वन विभाग को विक्रय हेतु प्रोत्साहित किया गया, जिससे न केवल उनकी आय में वृद्धि हो सके बल्कि जंगलों में आग लगने की घटनाओं में भी कमी लाई जा सके।

वन विभाग द्वारा सभी ग्रामवासियों से अपील की गई कि वे अपने खेतों या आसपास के वनों में आग न लगाएं और किसी भी प्रकार की वनाग्नि की घटना की सूचना तुरंत वन विभाग को दें। वन सुरक्षा में सहभागिता हेतु सहयोग का अनुरोध भी किया गया।

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