देश की रक्षा व नागरिकों की सुरक्षा के साथ पर्यावरण , जल संरक्षण एवं ग्रामीणों को रोजगार देने में करेंगे सहयोग।
लोहाघाट 8 मई । आईटीबीपी की 36वीं वाहिनी के दसवे कमांडेंट के रूप में अरुणाचल से स्थानांतरित होकर आए संजय कुमार ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। यह पद कमांडेंट डीपीस रावत के सेवानिवृत होने के बाद रिक्त हुआ था। संजय कुमार की आइटीबीपी में विषम परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने वाले अधिकारीयों के रूप में इनकी विशिष्ट पहचान बनी रही है । इसी वजह से इन्हें 36वीं वाहिनी की जिम्मेदारी सौंपी हुई है । नए कमांडेंट ने कहा की यहां के लोग कितने खुशनसीब हैं जिन्हें प्रकृति ने ऐसे उपहार दिए हैं, जिसे पाने के लिए लोग तरसते रहते हैं । इसे संरक्षित करना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों, गंगा यमुना के उद्गम हिमालयी क्षेत्र में सूखने जल स्रोत ,यह सब भविष्य के लिए हमारी चिंताएं बड़ा रहे हैं । पेयजल का कोई विकल्प नहीं होता है । उनका बुनियादी लक्ष्य देश की रक्षा, लोगों की सुरक्षा के साथ पानी के पोषक पौधों का रोपण कर जल संरक्षण एवं यहां की जलवायु के अनुकूल बंजर भूमि में
पौधारोपण कर उसे बनाच्छादित करने तथा वाहिनी के आसपास के गांवों में ग्रामीणों को सब्जियां,दूध , मोनपालन, मछलीपालन आदि सभी प्रकार के उत्पादों के लिए प्रेरित करना है। उनके उत्पादों को सीमावर्ती क्षेत्रों में आइटीबीपी खरीदेगी। उन्होंने बताया कि वाहिनी के अंतर्गत वे विभिन्न प्रकार के औषधीय एवं जड़ी बूटियां का ऐसा मॉडल तैयार करेंगे जिसे देखकर न केवल किसान प्रेरित होंगे बल्कि रिटायरमेंट के बाद हमारे हिमवीर इन कार्यों को अपने घर में भी कर सकेंगे।
हिमवीरों को देश की ताजा स्थिति से अवगत कराते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्र हमारे लिए सबसे पहले है ,उसके बाद और चीज। ताजा हालातो को देखते हुए सभी हिमवीरो को सजक व जागरूक रहते हुए अपने दायित्व का निर्वाह करना है । बटालियन के सभी जवानों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाएगा किंतु उन्हें पूर्ण अनुशासन में रहते हुए अपने दायित्व का निर्वाह करने के लिए सतत प्रयत्नशील रहना होगा। इससे पूर्व द्वितीय कमान अधिकारी बेघराज मीणा, डिप्टी कमांडेंट आर के बोहरा सहायता
सेनानी बीएस मेहता , डॉ शुबे सिंह आदि ने उनका स्वागत किया ।









