देहरादून 30 मार्च।माँ पूर्णागिरि मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सीमांत सेवा फाउंडेशन द्वारा बनबसा के कैनाल क्षेत्र में निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया
है। यह शिविर 24 घंटे संचालित रहेगा, जिससे किसी भी समय श्रद्धालुओं को आवश्यक उपचार मिल सके। पहले ही दिन 300 से अधिक यात्रियों ने चिकित्सा सुविधा का लाभ उठाया और निःशुल्क दवाइयाँ प्राप्त कीं।
शिविर का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक वतन जी, NHPC के जीएम ऋषि रंजन जी एवं SDO Canal प्रशांत वर्मा जी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाह बनबसा माधवानंद भट्ट, नगर संघचालक टनकपुर देवीदत्त जोशी, सह नगर संघचालक जगदीश जी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इसके अलावा, श्री सुभाष थपलियाल, श्री रंदीप पोखरिया, श्री ललित कुंवर, श्री मनोज कश्यप, श्री सुरेश उप्रेती आदि ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
शिविर के संयोजक दीपक रजवार जी ने बताया कि यह शिविर एक अस्थायी अस्पताल के रूप में कार्य करेगा, जहाँ डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। श्रद्धालुओं के लिए फर्स्ट एड, एंबुलेंस, ऑक्सीजन, नेबुलाइजर, जीवनरक्षक दवाइयाँ और अन्य आपातकालीन सुविधाएँ पूरी तरह से निःशुल्क प्रदान की जा रही हैं। शिविर में यात्रियों को रक्तचाप, शुगर, बुखार, डिहाइड्रेशन जैसी सामान्य बीमारियों के साथ-साथ अन्य आवश्यक चिकित्सा परामर्श भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
शिविर में श्री राम मूर्ति संस्थान, बरेली से आए डॉक्टर्स, सीमांत सेवा फाउंडेशन के डॉक्टर सिद्धार्थ पाटनी, जीवन पंत, ललित पंत आदि भी मौजूद रहे और अपनी सेवाएँ प्रदान कीं।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शिविर में महिला और पुरुष वार्ड सहित 6 बेड की व्यवस्था की गई है, ताकि जरूरतमंद मरीजों को आराम और आवश्यक देखभाल मिल सके। इसके अलावा, प्रतिदिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु लाभान्वित हो सकें।
इसके अलावा, फर्स्ट एड और 24×7 एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता दी जा सके। यात्रा के दौरान किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर तुरंत इलाज की व्यवस्था की जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं को राहत मिल रही है।
शिविर के सफल संचालन में विभिन्न सामाजिक संगठनों, स्थानीय रामलीला कमेटियों, नागरिकों तथा प्रशासन का विशेष सहयोग मिल रहा है। सीमांत सेवा फाउंडेशन के इस शिविर में विक्रम बोरा, चंदन बिष्ट, अर्पित सोलंकी, दिनेश बिष्ट, संकेत, पंकज, अमन आदि वॉलंटियर के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन सभी के सामूहिक प्रयासों से यह चिकित्सा शिविर सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है और श्रद्धालुओं को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान कर रहा है। यह शिविर अंतिम नवरात्रि (7 अप्रैल) तक लगातार जारी रहेगा, ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को इसका लाभ मिल सके।
