उत्तराखंड जनजातियों में विज्ञान उद्यमिता कार्यशाला: नवाचार और स्वरोजगार की नई पहल

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

देहरादून 29 मार्च।


उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यू-कॉस्ट) के उत्प्रेरण एवं सहयोग से रूरल एनवायरनमेंट एंड एजुकेशनल सोसाइटी, रीड्स द्वारा महिला प्रौद्योगिकी केंद्र, चंपावत में उत्तराखंड जनजातियों में विज्ञान उद्यमिता विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य जनजातीय समुदायों को विज्ञान एवं तकनीकी उद्यमिता से जोड़ना, स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर नए व्यावसायिक अवसर सृजित करना और स्वरोजगार को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भरता विकसित करना था। कार्यशाला का उद्घाटन खंड शिक्षा अधिकारी राधेश्याम खर्कवाल ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने उत्तराखंड की जनजातियों के बीच विज्ञान और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक के माध्यम से ग्रामीण एवं जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाया जा सकता है।
कार्यशाला में आदर्श चम्पावत के इंद्रेश लोहनी ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसका लक्ष्य जनजातीय समुदायों को विज्ञान और तकनीकी उद्यमिता से जोड़ना, स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर व्यावसायिक अवसर सृजित करना और महिलाओं एवं युवाओं को विज्ञान आधारित स्टार्टअप्स के लिए प्रेरित करना है, माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी की आदर्श चम्पावत की परिकल्पना को पूरा करने हेतु यूकॉस्ट महानिदेशक प्रो दुर्गेश पंत के निर्देशन में ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है जिससे कला, संस्कृति और परंपरा का बेहतर संरक्षण हो सके एवं राज्य का प्रत्येक नागरिक इस हेतु जागरूक रहे, कार्यशाला में मुख्य संदर्भ व्यक्ति दीवान फिरमाल ने जनजातियों की जीवन शैली और उनके पारंपरिक उद्यमों की जनकारी दी ।नवीन पंत ने स्थानीय नवाचारों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जोड़कर व्यावसायिक रूप देने के विषय पर जानकारी साझा की नरेश जोशी ने डिजिटल मार्केटिंग, ऑनलाइन व्यवसाय और ई-कॉमर्स के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा देने के विषय पर विस्तार से चर्चा की।दिवाकर बुदियाल ने विज्ञान के उपयोग से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के तरीकों पर विचार साझा किए। संस्था रीड्स की ओर से पूजा लोहनी ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया और महिला उद्यमी जानकी मर्तोलिया और मुन्नी देवी दुग्ताल एवं सभी संदर्भ व्यक्तियों को शॉल उड़ाकर सम्मानित किया एवं महिला उद्यमी द्वारा अपने उत्पादों का स्टॉल के माध्यम से प्रदर्शन भी किया,
इस कार्यशाला में रीड्स संस्था की कुसुम थूवाल, दीपिका भट्ट, संतोष कर्नाटक, ममता कुमारी, नवीन मेहरा, कुसुम बेलवाल, चित्रांशी लोहनी, उमा नेगी, कविता देवी, सुमित राणा, वंशिका राणा, विनीता जोशी, यामिनी पांडेय, हिमांशु रावत आदि उद्यमियों और सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिससे यह एक प्रभावशाली आयोजन साबित हुआ।

Leave a Comment

और पढ़ें