फर्जी कागज़ात बनाकर बेची जा रही अंसल ग्रीन वैली व स्मृति वन पार्क की भूमि : भारद्वाज
स्थानीय जाखन निवासी प्रवीण भारद्वाज ने जमीनों के फर्जीवाड़े का उठाया मामला
देहरादून(अनिल)16 सितंबर।
जमीनों के फर्जीवाड़े होने के मामले प्रकाश में आते रहे हैं । राजपुर रोड स्थित जाखन निवासी एक व्यक्ति ने आज ऐसा ही एक मामला उठाते हुए उस मामले को मीडिया के सम्मुख रखा ।
उत्तराखण्ड बनने के बाद से राज्य में जमीनो की खरीद फरोख्त के मामले जहां तेजी के साथ होते आ रहे हैं वही इन मामलों में फर्जी वाले भी होते रहे हैं इनमें भूमाफिया फर्जी कागजात बनवाने में भी पीछे नहीं है ।कुछ फर्जीवाड़े को लेकर राजपुर रोड जाखन निवासी प्रवीण भारद्वाज ने आज यहां उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों के सम्मुख रखा। प्रवीण भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भू-माफिया राजकुमार फर्जी पेपर बनाने का मास्टर माईन्ड संजय नौटियाल, भूपेन्द्र कठैत से फर्जी पेपर बनवाकर स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनवाया, जिसमें एक अधिशासी अभियन्ता के फर्जी हस्ताक्षर एवं सरकारी मोहर बनाकर फर्जी प्रमाण पत्र बनाया गया भारद्वाज ने कहा कि फर्जी पेपर के आधार पर बनवाया गया स्थाई निवास प्रमाण पत्र का उपयोग न्यायालय आयुक्त गढ़वाल के यहाँ किया गया। भारद्वाज ने यह भी कहा कि इन भू-माफियाओं ने अंसल ग्रीन वैली की करोडो रूपए की जमीने बेची और बची हुई स्मृति वन पार्क की जमीन खुलेआम गुण्डागर्दी और फर्जी पेपर बनाकर भी बेच दी गई। उन्होंने कहा कि जब सोसाइटी के लोग सोसाइटी के स्मृति वन पार्क, यूडी लैण्ड पर हो रहे कब्जे को रोकने के लिये जाते, तो तुरन्त पुलिस आ जाती है और कब्जा धारियों का समर्थन करते हुये सोसाइटी के लोगों को धमकाकर भगा देती है । पत्रकारों के समक्ष भारद्वाज ने आरोप लगाया कि अपर मुख्य सचिव, एमडीडीए, डीआईजी (एसआईटी) न्यायालय आयुक्त गढ़वाल जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के भी आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने राजकुमार के स्थाई निवास बनाने वाले अधिकारियों की जाँच कराने की मांग की I कहा कि उनके विरूद्ध सख्त कानूनी कार्य की जानी चाहिए। राजकुमार ने सूरज, पवन एवं अन्य लोगों को करोड़ो रूपए की जमीन फर्जी पेपर बनाकर बेच चुका है। कुछ बची हुई सोसाइटी की जमीन बेचकर भागने की तैयारी कर रहा है I भारद्वाज ने कहा कि राजकुमार दो साल पहले उत्तर प्रदेश बरेली जनपद से देहरादून आया था और पुलिस चौकी जाखन में कुक का कार्य करता है। उसका पुलिस वेरीफिकेशन क्यों नहीं कराया गया?
वहीं राजकुमार ने स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिये फर्जी दस्तावेज का उपयोग किया, जिसे जिलाधिकारी कार्यालय में भी फर्जी दस्तावेजों को नजर अंदाज किया गया। इस अवसर पर प्रवीण भारद्वाज के साथ अनुपमा भारद्वाज भी उपस्थित रही ।
